खेल-खेल में
खेल-खेल मे कीजिए, तन-मन से सब काम।
हँसी-खुशी से जीतिए, जीवन का संग्राम।।
जीवन का संग्राम, कभी मत हार मानिये।
कट्टरता को छोड़, प्रेम का धर्म जानिए।।
कह ‘कौशल’ समझाय, न सुख-दुख पास फ़ेल में।
मानवता के कार्य, कीजिए खेल-खेल में ।।
खेल-खेल मे कीजिए, तन-मन से सब काम।
हँसी-खुशी से जीतिए, जीवन का संग्राम।।
जीवन का संग्राम, कभी मत हार मानिये।
कट्टरता को छोड़, प्रेम का धर्म जानिए।।
कह ‘कौशल’ समझाय, न सुख-दुख पास फ़ेल में।
मानवता के कार्य, कीजिए खेल-खेल में ।।