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16 Apr 2017 · 1 min read

* खूबसूरती निगाहों में होनी चाहिए *

खूबसूरती ख्वाबों में नहीं

निगाहों में होनी चाहिए

आनन्द नजारों में नहीं

नजरों में होना चाहिए।।

करके बिस्मिल जबसे चले

तुम गम-ए-इश्क में हमको

बहे जो अश्क इन आँखों से

आब-ए-तर था रुखसार चले

तुम जो हमे गम-ए-इश्क में

इस क़दर बिस्मिल करके ।।

?मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 272 Views
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