खुशियों की सौगात #100 शब्दों की कहानी#
हमारी सगाई के बाद जैसे-जैसे शादी का समय निकट आ रहा था, वैसे-वैसे पिया-प्रेम के गहरे रंग की सतरंगी छटा अनोखे अंदाज में रंगभरी फुहारों के साथ अनमोल पल का स्वागत करने आतूर थी ।
कुछ ही माह में शादी के बंधन में बंधी दिल से दिल की डोर, प्रवेश हुआ ज़िंदगी के नवीनतम-युग का चहुंओर । रंग-बिरंगे पलों को संवारते हुए अगले साल होली त्यौहार के दूसरे ही दिन रंगों की बौछार के साथ जन्म हुआ प्यारी बेटी का, लेकर आई अपार प्यार के रंग हजार, हमें मिली जीवन में रंगोंभरी खुशियों की सौगात ।