Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jul 2019 · 1 min read

“खुशमिजाजी से जीना” #50 शब्दों की कहानी#

विवाह में पोती को आशीर्वाद देने वाकर के सहारे पहुंची दादी, समधन ने पूछा, अपार शक्ति का राज ? दादी ने कहा “जिंदगी में सुख-दुख की लहरें पारकर अथाह-सागर बन फिसलती रेत जैसे समय बहाव के साथ कुर्सी बन सुख-दुख में संतुलन बनाकर विशालकाय नीले-अंबर तले खुशमिजाजी से जीना चाहिए”।

Language: Hindi
1 Like · 331 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Aarti Ayachit
View all
You may also like:
*अहंकार*
*अहंकार*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
बोलबाला
बोलबाला
Sanjay ' शून्य'
मोहब्बत से कह कर तो देखो
मोहब्बत से कह कर तो देखो
Surinder blackpen
*जीवन के गान*
*जीवन के गान*
Mukta Rashmi
दाम रिश्तों के
दाम रिश्तों के
Dr fauzia Naseem shad
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
कवि रमेशराज
लोकतंत्र का महापर्व
लोकतंत्र का महापर्व
इंजी. संजय श्रीवास्तव
भीनी भीनी आ रही सुवास है।
भीनी भीनी आ रही सुवास है।
Omee Bhargava
हरियाली तीज
हरियाली तीज
SATPAL CHAUHAN
इंतजार युग बीत रहा
इंतजार युग बीत रहा
Sandeep Pande
तू उनको पत्थरों से मार डालती है जो तेरे पास भेजे जाते हैं...
तू उनको पत्थरों से मार डालती है जो तेरे पास भेजे जाते हैं...
parvez khan
संस्कृतियों का समागम
संस्कृतियों का समागम
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
मुस्कुराते हुए चेहरे से ,
मुस्कुराते हुए चेहरे से ,
Yogendra Chaturwedi
रहो कृष्ण की ओट
रहो कृष्ण की ओट
Satish Srijan
इक्कीस मनकों की माला हमने प्रभु चरणों में अर्पित की।
इक्कीस मनकों की माला हमने प्रभु चरणों में अर्पित की।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
" समझ "
Dr. Kishan tandon kranti
3075.*पूर्णिका*
3075.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
_सुविचार_
_सुविचार_
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
तोड़कर दिल को मेरे इश्क़ के बाजारों में।
तोड़कर दिल को मेरे इश्क़ के बाजारों में।
Phool gufran
मैं जिन्दगी में
मैं जिन्दगी में
Swami Ganganiya
खुद को खुद से मिलाना है,
खुद को खुद से मिलाना है,
Bindesh kumar jha
जिंदगी की राहे बड़ा मुश्किल है
जिंदगी की राहे बड़ा मुश्किल है
Ranjeet kumar patre
एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती,
एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती,
प्रेमदास वसु सुरेखा
यदि कोई आपकी कॉल को एक बार में नहीं उठाता है तब आप यह समझिए
यदि कोई आपकी कॉल को एक बार में नहीं उठाता है तब आप यह समझिए
Rj Anand Prajapati
अधरों ने की दिल्लगी,
अधरों ने की दिल्लगी,
sushil sarna
जहां काम तहां नाम नहि, जहां नाम नहि काम ।
जहां काम तहां नाम नहि, जहां नाम नहि काम ।
Indu Singh
Loading...