खुली क़िताब पढ़ने एक उम्र बिताना ज़रूरी है,
खुली क़िताब पढ़ने एक उम्र बिताना ज़रूरी है,
और ये ज़रूरी नहीं, तुम्हें हर क़िताब खुली मिले
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
खुली क़िताब पढ़ने एक उम्र बिताना ज़रूरी है,
और ये ज़रूरी नहीं, तुम्हें हर क़िताब खुली मिले
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”