#खुद से बातें…
#खुद से बातें…
मन के कोने में रहती हूं, खुद से बातें करती रहती हूं।
लापता नींद जैसे खो गई हो, वो चैन ढूंढती रहती हूं।
आंखों को ठंडक मिल जाए वो पल ढूंढती रहती हूं।
कुछ खास लम्हों को, माला में गूंथने की कोशिश करती रहती हूं।।
सीमा टेलर ‘तू है ना’ (छिम्पियान लम्बोर)