खुद को संवार लूँ…. के खुद को अच्छा लगूँ खुद को संवार लूँ…. के खुद को अच्छा लगूँ दुनिया को लगूँ न लगूँ… परवाह नहीं -सिद्धार्थ गोरखपुरी