खुद को न मिटने दो
वक्त की गर्दिश मे
खुद को न मिटने दो
अपने पर रख हौंसला
आसमान को तुम छू लो
याद रखो तुम इतना
कमल हमेशा कीचड़
मे ही खिलता है
इसके लिए उसे भी
कीचड़ से लड़ना पड़ता है।
अनामिका
वक्त की गर्दिश मे
खुद को न मिटने दो
अपने पर रख हौंसला
आसमान को तुम छू लो
याद रखो तुम इतना
कमल हमेशा कीचड़
मे ही खिलता है
इसके लिए उसे भी
कीचड़ से लड़ना पड़ता है।
अनामिका