खुदा भी बहुत चालबाजियाँ करता।
खुदा भी बहुत चालबाजियाँ करता।
जिसे गम देत्ता हैं उन्हे समेटने मे का हुनूर भी दे हे देता है
और जिनको खुशियाँ देता है देता हैं वो बस उम्र भर
खुशियां ढूंढते ही रह जाते हैं
खुदा भी बहुत चालबाजियाँ करता।
जिसे गम देत्ता हैं उन्हे समेटने मे का हुनूर भी दे हे देता है
और जिनको खुशियाँ देता है देता हैं वो बस उम्र भर
खुशियां ढूंढते ही रह जाते हैं