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11 Sep 2021 · 1 min read

खुदकुशी नहीं तो क्या करें?

जहां न कोई आज़ादी है
जहां न कोई बराबरी
एक ऐसे देश में कोई
खुदकुशी नहीं तो क्या करे?
बगावत! इंकलाब!
मुजाहिरा! एहतिजाज!!
(१)
जहां न कोई ज़िंदगी है
जहां न कोई रोशनी
एक ऐसे देश में कोई
खुदकुशी नहीं तो क्या करे?
बगावत! इंकलाब!
मुजाहिरा! एहतिजाज!!
(२)
जहां न कोई इंसाफ़ है
जहां न कोई सच्चाई
एक ऐसे देश में कोई
खुदकुशी नहीं तो क्या करे?
बगावत! इंकलाब!
मुजाहिरा! एहतिजाज!!
(३)
जहां न कोई आशिक़ी है
जहां न कोई मौसिकी
एक ऐसे देश में कोई
खुदकुशी नहीं तो क्या करे?
बगावत! इंकलाब!
मुजाहिरा! एहतिजाज!!
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#FreedomStruggle

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 178 Views
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