Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2022 · 1 min read

खिलाफ

सियासत खेल रहा है वक्त,
इक दिन नाकामयाबी का तख्ता पलट देंगे,

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 251 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पृथ्वी दिवस पर
पृथ्वी दिवस पर
Mohan Pandey
खिलेंगे फूल राहों में
खिलेंगे फूल राहों में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
फिर से
फिर से
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
जा रहे हो तुम अपने धाम गणपति
जा रहे हो तुम अपने धाम गणपति
विशाल शुक्ल
अब नहीं बजेगा ऐसा छठ का गीत
अब नहीं बजेगा ऐसा छठ का गीत
Keshav kishor Kumar
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
शेखर सिंह
जहां सीमाएं नहीं मिलती
जहां सीमाएं नहीं मिलती
Sonam Puneet Dubey
നിശാഗന്ധി.
നിശാഗന്ധി.
Heera S
"दुम"
Dr. Kishan tandon kranti
* फ़लक से उतरी नूर मेरी महबूब *
* फ़लक से उतरी नूर मेरी महबूब *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*रेल हादसा*
*रेल हादसा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
..
..
*प्रणय*
तुम्हारी हाँ है या ना ?
तुम्हारी हाँ है या ना ?
Dr. Rajeev Jain
.......अधूरी........
.......अधूरी........
Naushaba Suriya
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
नदी किनारे
नदी किनारे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कभी कभी किसी व्यक्ति(( इंसान))से इतना लगाव हो जाता है
कभी कभी किसी व्यक्ति(( इंसान))से इतना लगाव हो जाता है
Rituraj shivem verma
श्री राम का भ्रातृत्व प्रेम
श्री राम का भ्रातृत्व प्रेम
Pankaj Bindas
🌸मन की भाषा 🌸
🌸मन की भाषा 🌸
Mahima shukla
ঘূর্ণিঝড় পরিস্থিতি
ঘূর্ণিঝড় পরিস্থিতি
Otteri Selvakumar
*एक सीध में चलता जीवन, सोचो यह किसने पाया है (राधेश्यामी छंद
*एक सीध में चलता जीवन, सोचो यह किसने पाया है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
नवसंकल्प
नवसंकल्प
Shyam Sundar Subramanian
कोई तंकीद
कोई तंकीद
Dr fauzia Naseem shad
गणेश जी का आत्मिक दर्शन
गणेश जी का आत्मिक दर्शन
Shashi kala vyas
नदियां
नदियां
manjula chauhan
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
2899.*पूर्णिका*
2899.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मन में हलचल सी उठे,
मन में हलचल सी उठे,
sushil sarna
भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
Sanjay ' शून्य'
Loading...