Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jan 2018 · 1 min read

खिलवाड़ दिल से

दिल के जख्मों का अगर ,दिया किसी को भेद !
देगा अपने हाथ से, ………..वो ही उन्हे कुरेद !!

दिल से उनके कीजिए,कभी नही खिलवाड !
रख देता है सामने, ….दिल को अपने फा़ड !!
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 222 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
साथ हो एक मगर खूबसूरत तो
साथ हो एक मगर खूबसूरत तो
ओनिका सेतिया 'अनु '
जिसने भी तुमको देखा है पहली बार ..
जिसने भी तुमको देखा है पहली बार ..
Tarun Garg
जबसे उनको रकीब माना है।
जबसे उनको रकीब माना है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हार मानूंगा नही।
हार मानूंगा नही।
Rj Anand Prajapati
तू है
तू है
Satish Srijan
रब ने बना दी जोड़ी😊😊
रब ने बना दी जोड़ी😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
होली पर
होली पर
Dr.Pratibha Prakash
अपनी क़िस्मत को हम
अपनी क़िस्मत को हम
Dr fauzia Naseem shad
हैवानियत
हैवानियत
Shekhar Chandra Mitra
2447.पूर्णिका
2447.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मुझको मेरी लत लगी है!!!
मुझको मेरी लत लगी है!!!
सिद्धार्थ गोरखपुरी
उदात्त जीवन / MUSAFIR BAITHA
उदात्त जीवन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
*तुम  हुए ना हमारे*
*तुम हुए ना हमारे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
भूल गया कैसे तू हमको
भूल गया कैसे तू हमको
gurudeenverma198
"परिवार क्या है"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी माटी मेरा देश🇮🇳🇮🇳
मेरी माटी मेरा देश🇮🇳🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
प्रमेय
प्रमेय
DR ARUN KUMAR SHASTRI
If you have  praising people around you it means you are lac
If you have praising people around you it means you are lac
Ankita Patel
मान देने से मान मिले, अपमान से मिले अपमान।
मान देने से मान मिले, अपमान से मिले अपमान।
पूर्वार्थ
"कुछ खास हुआ"
Lohit Tamta
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
जगदीश शर्मा सहज
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी अकेले हैं।
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी अकेले हैं।
Neeraj Agarwal
बचपन और पचपन
बचपन और पचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
अलसाई शाम और तुमसे मोहब्बत करने की आज़ादी में खुद को ढूँढना
अलसाई शाम और तुमसे मोहब्बत करने की आज़ादी में खुद को ढूँढना
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Bad in good
Bad in good
Bidyadhar Mantry
💐प्रेम कौतुक-418💐
💐प्रेम कौतुक-418💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बढ़ता कदम बढ़ाता भारत
बढ़ता कदम बढ़ाता भारत
AMRESH KUMAR VERMA
*सौलत पब्लिक लाइब्रेरी: एक अध्ययन*
*सौलत पब्लिक लाइब्रेरी: एक अध्ययन*
Ravi Prakash
परिवर्तन
परिवर्तन
लक्ष्मी सिंह
Loading...