दोहा-विद्यालय
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
रक्षाबंधन की सभी भाई बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाईयां
वीर रस
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
"फ़िर से आज तुम्हारी याद आई"
کوئی تنقید کر نہیں پاتے ۔
क्या बिगाड़ लेगा कोई हमारा
तारीफ तेरी, और क्या करें हम
दुखा कर दिल नहीं भरना कभी खलिहान तुम अपना
संघर्ष ,संघर्ष, संघर्ष करना!
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव "अज़ल"
Don't let people who have given up on your dreams lead you a
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
पहले नदियां थी , तालाब और पोखरें थी । हमें लगा पानी और पेड़