Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Nov 2022 · 1 min read

खामोशी

बोहत कुछ कहना था मुझे भी पर मैने चुप रहना मुनासिफ समझा….
क्योंकि जो तुम्हारी खामोशी को नहीं समझे वो क्या तुम्हारी बातों को समझेंगे….

Language: Hindi
119 Views

You may also like these posts

चला गया
चला गया
Mahendra Narayan
मैं भूत हूँ, भविष्य हूँ,
मैं भूत हूँ, भविष्य हूँ,
Harminder Kaur
मिट्टी में लाल
मिट्टी में लाल
seema sharma
एक दीवाना ऐसा भी
एक दीवाना ऐसा भी
Minal Aggarwal
दीप उल्फ़त के
दीप उल्फ़त के
Dr fauzia Naseem shad
यक्षिणी-9
यक्षिणी-9
Dr MusafiR BaithA
ज्ञान-दीपक
ज्ञान-दीपक
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
हे गर्भवती !
हे गर्भवती !
Akash Yadav
"तुम ही"
Dr. Kishan tandon kranti
कभी तू ले चल मुझे भी काशी
कभी तू ले चल मुझे भी काशी
Sukeshini Budhawne
मैं तुम्हें रामसेतु दिखाउंगा
मैं तुम्हें रामसेतु दिखाउंगा
Harinarayan Tanha
दिल का हर अरमां।
दिल का हर अरमां।
Taj Mohammad
मैं चुप रही ....
मैं चुप रही ....
sushil sarna
हिन्दी पहचान
हिन्दी पहचान
Seema gupta,Alwar
विवश मन
विवश मन
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
4355.*पूर्णिका*
4355.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बाजार
बाजार
PRADYUMNA AROTHIYA
यूँ तो सब
यूँ तो सब
हिमांशु Kulshrestha
जब तुम हो
जब तुम हो
Rambali Mishra
*राष्ट्रभाषा हिंदी और देशज शब्द*
*राष्ट्रभाषा हिंदी और देशज शब्द*
Subhash Singhai
रामराज्य की काव्यात्मक समीक्षा
रामराज्य की काव्यात्मक समीक्षा
sushil sharma
IWIN Club còn là thiên đường cá cược game bài. Tại đây, ngườ
IWIN Club còn là thiên đường cá cược game bài. Tại đây, ngườ
IWIN Club
सत्यमेव जयते
सत्यमेव जयते
Ghanshyam Poddar
मुक्तक
मुक्तक
*प्रणय*
ऋषि का तन
ऋषि का तन
Kaviraag
मित्रता मे १० % प्रतिशत लेल नीलकंठ बनब आवश्यक ...सामंजस्यक
मित्रता मे १० % प्रतिशत लेल नीलकंठ बनब आवश्यक ...सामंजस्यक
DrLakshman Jha Parimal
पायल
पायल
Kumud Srivastava
कई बचपन की साँसें - बंद है गुब्बारों में
कई बचपन की साँसें - बंद है गुब्बारों में
Atul "Krishn"
इस पार मैं उस पार तूँ
इस पार मैं उस पार तूँ
VINOD CHAUHAN
चित्र आधारित दो कुंडलियाँ
चित्र आधारित दो कुंडलियाँ
गुमनाम 'बाबा'
Loading...