खामोशी इबादत है ,सब्र है, आस है ,
खामोशी इबादत है ,सब्र है, आस है ,
दिल से दिल को जोड़े वो एहसास है..
मत छेड़ना किसी खामोश को कभी ,
यह आने वाले तूफानो का फ़रमान है..
✍️नील रूहानी
खामोशी इबादत है ,सब्र है, आस है ,
दिल से दिल को जोड़े वो एहसास है..
मत छेड़ना किसी खामोश को कभी ,
यह आने वाले तूफानो का फ़रमान है..
✍️नील रूहानी