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4 Apr 2023 · 1 min read

ख़ुद लड़िए, ख़ुद जीतिए,

ख़ुद लड़िए, ख़ुद जीतिए,
इस में है पुरुषार्थ।
जंग अगर हो स्वयं से,
क्या परहित, क्या स्वार्थ?

★प्रणय प्रभात★

1 Like · 254 Views
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