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9 Feb 2024 · 1 min read

*ख़ुद मझधार में होकर भी…*

ख़ुद मझधार में होकर भी…
जो औरों का साहिल होता है l

ईश्वर जिम्मेदारी उसी को देता हैं…
जो निभाने के क़ाबिल होता है l

🙏सुनहरी सुबह की राम राम जी* 💐

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