ख़ुद-बख़ुद टूट गया वक़्त के आगे बेबस। ख़ुद-बख़ुद टूट गया वक़्त के आगे बेबस। एक रिश्ता जो मुहब्बत से तराशा था कभी।। 👏प्रणय प्रभात👏