“ख़ामोशी”
“ख़ामोशी”
खामोशी की दस्तक सुनो, अदृश्य बूंदों की आवाज,
सपनों की बंदिशों में भटकते, छुपे राज।
सिर्फ शब्दों से नहीं, भावनाओं को सुनो तुम,
खामोशी की गहराइयों में छुपी हर धडकन का जुनून।।
“ख़ामोशी”
खामोशी की दस्तक सुनो, अदृश्य बूंदों की आवाज,
सपनों की बंदिशों में भटकते, छुपे राज।
सिर्फ शब्दों से नहीं, भावनाओं को सुनो तुम,
खामोशी की गहराइयों में छुपी हर धडकन का जुनून।।