खवाब
खवाबों को पुरा करना हे तो
खुद को प्रबल करना होगा।
एक अनछुआ-सा अहसास
हे जो मन में उसे छूना होगा।
देखा जो तुने कोई सपना
रख उम्मीद कभी तो पूरा होगा।
जो दबा हे राज बरसों से दिल में
कभी तो उजागर होगा।
खवाब हे तेरे आसमान पर
उन्हें सच्च करने के लिये कभी तो जमीन
पर उतरना होगा।
जी रहे हे जो लोग बेहिसाब जिन्दगी
कभी तो उसका हिसाब रखना होगा।
माना सब कुछ हे अपने हाथों में
पर कभी तो सब कुछ गवाना होगा।
हे एक अन्जाना-सा दर्द इस सिनें में
कभी तो उससे सामना करना होगा।
सोचते हे ना आये जिन्दगी में वो पल
मगर एक दन तो सभी को मरना होगा।
होना हे जो एक दिन, वो होना होगा।
नींद ना भी आये लेकिन, हमें सोना होगा।
हँसता हे जिन्दगी में वो बहुत
पर एक दिन तो उसे भी रोना होगा।
माना सब कुछ हे उसके पास
मगर कुछ तो उसे भी खोना होगा।
ना रुका जो कभी किसी से
वो समय की धारा का बहना होगा।
आज जो कुछ हे हमारे पास
एक दिन तो सब कुछ खोना होगा।
मौत से डर ना हो हमें भले ही
पर छोडकर ये जहान तो
हमें भी एक दिन जाना होगा।
ढूढते हे हम हमेशा कोई नया ठिकाना
फिर उसकी तलाश में, लौटकर जमीन पर आना होगा।
आया हे जो, एक दिन तो जाना होगा।
छोड के येे दुनिया सारी, मौत को गले लगाना होगा।