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4 Aug 2024 · 1 min read

खत और समंवय

अतीत के वे किस्से, जिनसे हट सके पर्दे,
ख्वाब नहीं वो हकीकत थे, गुलामी जो दे,
…….
भूखे को भोजन नहीं,प्यास लगे पानी न दे,
मजदूरी बंधवा न करें तो पीठ पर कोड़े दे .
…….
हुनर को ऐसा सिला , नाम जिसको अछूत दे,
बना ली धारणा ऐसी, श्रेष्ठ वे ब्रह्मा जो काम दे,
…….
रचना रचयिता प्रकृति, बौद्ध दर्शन के प्रसंग ,
समण संस्कृति मूल है, अवतरित वमन संग .
…….
अभिलेख शिल्प कला लिखे गये शिलालेख ,
वृषभ, चहुंमुख बैठे शेर, नाग, नागरी उल्लेख.
……..
डच आये, हूण गये, तुर्क रहे, गरजे गोरे अंग्रेज,
पुरातत्व अवशेष गवाह है, घटाया गया कवरेज.
……..
~ खालेटिया ~

Language: Hindi
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