खड़ा दास द्वार खड़ा — मनहरण घनाक्षरी
खड़ा दास द्वार खड़ा, देव सबसे तू बड़ा।
राम भक्त हनुमान, आप ही सहारा है।।
संजीवनी लाने वाले, लखन बचाने वाले।
महावीर रखवाले,नाम भी उचारा है।।
संकट जो आन पड़ा,जग सारा अड़ा अड़ा।
चल रहा डरा डरा, काल ने भी मारा है।।
आओ आओ वायु वीर,हरो सबकी ही पीर।
सांसे हो रही अधीर,दुख ही करारा है।।
राजेश व्यास अनुनय
**पवन पुत्र हनुमान सब की पीड़ा दूर करें ।
संकट जो आया है हम पर पल भर में दूर करें ।।**
हनुमान जयंती की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं!