क्षर-क्षरणशील-मरणशील मानव-जीवन
डर मत क्षर-क्षरणशील-मरणशील मानव-जीवन
कर मत अपने को पर-कर अपना मानव -जीवन
ढो मत ढोर-सा मानव-जीवन अब शर्मिंदा ना कर
आकर-आकार -साकार कर अपना मानव-जीवन
मधुप बैरागी
डर मत क्षर-क्षरणशील-मरणशील मानव-जीवन
कर मत अपने को पर-कर अपना मानव -जीवन
ढो मत ढोर-सा मानव-जीवन अब शर्मिंदा ना कर
आकर-आकार -साकार कर अपना मानव-जीवन
मधुप बैरागी