क्षणिकाएं
1.
सत्य विरासत , जीवन हो जब
आशाएं आनंदित हो जाएँ
संस्कारित जीवन हो जब
पीढ़ियाँ इस जहां से तर जाएँ
2.
अनुपम जब तेरी भावनाएं हो जाएँ
अमृत सी जब , तेरी वाणी हो जाए
पुष्पित धरा पर जब , जीवन हो जाए
पुण्य सभी , जीवित आत्माएं हो जाएँ
1.
सत्य विरासत , जीवन हो जब
आशाएं आनंदित हो जाएँ
संस्कारित जीवन हो जब
पीढ़ियाँ इस जहां से तर जाएँ
2.
अनुपम जब तेरी भावनाएं हो जाएँ
अमृत सी जब , तेरी वाणी हो जाए
पुष्पित धरा पर जब , जीवन हो जाए
पुण्य सभी , जीवित आत्माएं हो जाएँ