Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2021 · 1 min read

क्षणिकाएं

1.

युवा पीढ़ी , सही हाथों में नहीं है
तभी तो दंगे, लूट, बलात्कार करने लगे हैं लोग

2.

अपने दिल का गम, सुना गया कोई
खुद हँसकर, मुझे रुला गया कोई

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 378 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

"वैसा ही है"
Dr. Kishan tandon kranti
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
कवि दीपक बवेजा
जज्बात
जज्बात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रोज जमकर बरसात होती हैं मेरी शिकायतों की।
रोज जमकर बरसात होती हैं मेरी शिकायतों की।
Ashwini sharma
मिट्टी की जय बोल रे मनवा मिट्टी की जय बोल।
मिट्टी की जय बोल रे मनवा मिट्टी की जय बोल।
अनुराग दीक्षित
दोहा पंचक. . . . .  उल्फत
दोहा पंचक. . . . . उल्फत
sushil sarna
आजादी  भी अनुशासित हो।
आजादी भी अनुशासित हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
हम इतने भी मशहूर नहीं अपने ही शहर में,
हम इतने भी मशहूर नहीं अपने ही शहर में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
Rj Anand Prajapati
जीवन तब विराम
जीवन तब विराम
Dr fauzia Naseem shad
मिट्टी
मिट्टी
Sudhir srivastava
न अच्छे बनो न बुरे बनो
न अच्छे बनो न बुरे बनो
Sonam Puneet Dubey
संकल्प
संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
Wait ( Intezaar)a precious moment of life:
Wait ( Intezaar)a precious moment of life:
पूर्वार्थ
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
Dr. Upasana Pandey
मुरझाए चेहरे फिर खिलेंगे, तू वक्त तो दे उसे
मुरझाए चेहरे फिर खिलेंगे, तू वक्त तो दे उसे
Chandra Kanta Shaw
तेरी यादों के किस्से, हमारे जख्मों में मले गए
तेरी यादों के किस्से, हमारे जख्मों में मले गए
विशाल शुक्ल
साल ये अतीत के,,,,
साल ये अतीत के,,,,
Shweta Soni
बहू बेटी है , बेटी नहीं पराई
बहू बेटी है , बेटी नहीं पराई
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ठहरना मुझको आता नहीं, बहाव साथ ले जाता नहीं।
ठहरना मुझको आता नहीं, बहाव साथ ले जाता नहीं।
Manisha Manjari
जग से न्यारी मां
जग से न्यारी मां
Sneha Singh
अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है
अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है
Pramila sultan
"मेरी बेटी है नंदिनी"
Ekta chitrangini
मेरी सूरत हो
मेरी सूरत हो
Sumangal Singh Sikarwar
बिगड़ी छोटी-छोटी सी बात है...
बिगड़ी छोटी-छोटी सी बात है...
Ajit Kumar "Karn"
- तेरे लिए मौत से भी लड़ जाऊंगा -
- तेरे लिए मौत से भी लड़ जाऊंगा -
bharat gehlot
जिंदगी ढल गई डोलते रह गये
जिंदगी ढल गई डोलते रह गये
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
* रंग गुलाल अबीर *
* रंग गुलाल अबीर *
surenderpal vaidya
दरकती ज़मीं
दरकती ज़मीं
Namita Gupta
*करिए गर्मी में सदा, गन्ने का रस-पान (कुंडलिया)*
*करिए गर्मी में सदा, गन्ने का रस-पान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...