क्षणिकाएँ. .
क्षणिकाएँ. .
रात
लग गई
गरीबी की हाट
सज गया फुटपाथ
………………….
काली रात
रोशन
गरीबों से
फुटपाथ
…………………
वोटों का खजाना
आश्वासनों पर
खाली पेट
गरीबों का
सिर हिलाना
सुशील सरना/1-5-24
क्षणिकाएँ. .
रात
लग गई
गरीबी की हाट
सज गया फुटपाथ
………………….
काली रात
रोशन
गरीबों से
फुटपाथ
…………………
वोटों का खजाना
आश्वासनों पर
खाली पेट
गरीबों का
सिर हिलाना
सुशील सरना/1-5-24