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22 Aug 2024 · 1 min read

क्रूर घिनौना पाप

दोहा मुक्तक
क्या होगा इससे बड़ा,कहो और अभिशाप।
वृद्धाश्रम में रह रहे, जिनके भी मां बाप ।
नालायक औलाद को,नहीं तनिक ये भान,
करते हैं क्या सोच कर,क्रूर घिनौना पाप।।
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 37 Views
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