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20 Nov 2023 · 1 min read

क्रिकेटी हार

मैं कैसे कह दूं दोस्त की मैं हार में खुश हूं।
पर वो खेल का मैदान था, चौसर तो नही था।।
दो वीर यदि लड़ेंगे तो हारेगा एक कोई।
शकुनी जो फेंके पासा, ये अवसर तो नहीं था।।

सौ बार तक गिने और फिर चलाए चक्र।
न शिशुपाल था सभा में न तो कृष्ण कोई था।।
ये खेल था बस इसको इक खेल ही समझो।
न राज्य दांव पर था न धर्म युद्ध कोई था।।

Take it as sports

Jai hind

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 268 Views

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