Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Oct 2021 · 1 min read

क्रांति

स्याही का रंग जब लाल होगा
मुर्दा पड़े लोगों में तब कमाल होगा।
इस कमाल को लोग कहेंगे भ्राँति।
पर‚ हम तो कहेंगे क्राँति।
—————————————————-

Language: Hindi
209 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जीवन का सम्बल
जीवन का सम्बल
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नव दीप जला लो
नव दीप जला लो
Mukesh Kumar Sonkar
जीवन में सफल होने
जीवन में सफल होने
Dr.Rashmi Mishra
"सूर्य -- जो अस्त ही नहीं होता उसका उदय कैसे संभव है" ! .
Atul "Krishn"
2542.पूर्णिका
2542.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बेशक ! बसंत आने की, खुशी मनाया जाए
बेशक ! बसंत आने की, खुशी मनाया जाए
Keshav kishor Kumar
मन है एक बादल सा मित्र हैं हवाऐं
मन है एक बादल सा मित्र हैं हवाऐं
Bhargav Jha
"ऊँची ऊँची परवाज़ - Flying High"
Sidhartha Mishra
■ महसूस करें तो...
■ महसूस करें तो...
*Author प्रणय प्रभात*
घर-घर ओमप्रकाश वाल्मीकि (स्मारिका)
घर-घर ओमप्रकाश वाल्मीकि (स्मारिका)
Dr. Narendra Valmiki
*वे ही सिर्फ महान : पाँच दोहे*
*वे ही सिर्फ महान : पाँच दोहे*
Ravi Prakash
गरीबी और भूख:समाधान क्या है ?
गरीबी और भूख:समाधान क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
7-सूरज भी डूबता है सरे-शाम देखिए
7-सूरज भी डूबता है सरे-शाम देखिए
Ajay Kumar Vimal
" लक्ष्य सिर्फ परमात्मा ही हैं। "
Aryan Raj
* कष्ट में *
* कष्ट में *
surenderpal vaidya
मा शारदा
मा शारदा
भरत कुमार सोलंकी
अगणित शौर्य गाथाएं हैं
अगणित शौर्य गाथाएं हैं
Bodhisatva kastooriya
🌺🌺इन फाँसलों को अन्जाम दो🌺🌺
🌺🌺इन फाँसलों को अन्जाम दो🌺🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कबीर ज्ञान सार
कबीर ज्ञान सार
भूरचन्द जयपाल
आपको जीवन में जो कुछ भी मिले उसे सहर्ष स्वीकार करते हुए उसका
आपको जीवन में जो कुछ भी मिले उसे सहर्ष स्वीकार करते हुए उसका
Tarun Singh Pawar
आज का नेता
आज का नेता
Shyam Sundar Subramanian
चन्द फ़ितरती दोहे
चन्द फ़ितरती दोहे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
'Here's the tale of Aadhik maas..' (A gold winning poem)
'Here's the tale of Aadhik maas..' (A gold winning poem)
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
चलो कह भी दो अब जुबां की जुस्तजू ।
चलो कह भी दो अब जुबां की जुस्तजू ।
शेखर सिंह
Khuch chand kisso ki shuruat ho,
Khuch chand kisso ki shuruat ho,
Sakshi Tripathi
पहाड़ों की हंसी ठिठोली
पहाड़ों की हंसी ठिठोली
Shankar N aanjna
हृदय की चोट थी नम आंखों से बह गई
हृदय की चोट थी नम आंखों से बह गई
Er. Sanjay Shrivastava
"बदबू"
Dr. Kishan tandon kranti
शब्द
शब्द
Neeraj Agarwal
Loading...