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27 Feb 2024 · 1 min read

क्रांतिकारी, वीर, सेनानियो, कवियों का प्रांगण कहो।

क्रांतिकारी, वीर, सेनानियो, कवियों का प्रांगण कहो।
हे! दूषित मानसिकता रखने वाले लोग।
अब आजमगढ़ को आतंक का गढ़ नही साहित्य का गढ़ कहो।
हरिऔध,श्यामनारायण पांडेय, कैफ़ी आज़मी,राहुल सांकृत्यायन।
है जो चंद्रमा,दत्तात्रेय, दुर्बासा ऋषि की धरती पावन।
तमसा नदी करती अपने नीर से सदा हरीतिमा प्रक्षालन।
नाग यज्ञ किया जन्मेजय ने।
अवंतिकापुरी ( आवक) धाम सुहावन।
खींचे ध्यान निजामाबाद का काली मृदभांड।
मुबारकपुर की साड़ियों का है देश – विदेश में डिमांड।

RJ Anand Prajapati

1 Like · 81 Views

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