Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jul 2021 · 1 min read

क्यों साज रहे

तुम कल रहे हम आज रहे।
फिर दोनों जने नाराज रहे।
खुद को रोक लिए हो मुझको भी मालूम है ये,
मेरे पास आ जाने पर
यादों को फिर क्यों साज रहे।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

Language: Hindi
257 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शकुन सतसई ( दोहा संग्रह) समीक्षा
शकुन सतसई ( दोहा संग्रह) समीक्षा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*ट्रक का ज्ञान*
*ट्रक का ज्ञान*
Dr. Priya Gupta
पिछले पन्ने 4
पिछले पन्ने 4
Paras Nath Jha
बदल कर टोपियां अपनी, कहीं भी पहुंच जाते हैं।
बदल कर टोपियां अपनी, कहीं भी पहुंच जाते हैं।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कौन सा हुनर है जिससे मुख़ातिब नही हूं मैं,
कौन सा हुनर है जिससे मुख़ातिब नही हूं मैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दर्द व्यक्ति को कमजोर नहीं बल्कि मजबूत बनाती है और साथ ही मे
दर्द व्यक्ति को कमजोर नहीं बल्कि मजबूत बनाती है और साथ ही मे
Rj Anand Prajapati
"ओखली"
Dr. Kishan tandon kranti
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
क्या मथुरा क्या काशी जब मन में हो उदासी ?
क्या मथुरा क्या काशी जब मन में हो उदासी ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
🥀*✍अज्ञानी की*🥀
🥀*✍अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कुछ दुआ की जाए।
कुछ दुआ की जाए।
Taj Mohammad
कब किसी बात का अर्थ कोई,
कब किसी बात का अर्थ कोई,
Ajit Kumar "Karn"
प्यार समंदर
प्यार समंदर
Ramswaroop Dinkar
पाती पढ़कर मीत की,
पाती पढ़कर मीत की,
sushil sarna
हो रहा अवध में इंतजार हे रघुनंदन कब आओगे।
हो रहा अवध में इंतजार हे रघुनंदन कब आओगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*.....उन्मुक्त जीवन......
*.....उन्मुक्त जीवन......
Naushaba Suriya
दुनिया की अनोखी पुस्तक सौरभ छंद सरोवर का हुआ विमोचन
दुनिया की अनोखी पुस्तक सौरभ छंद सरोवर का हुआ विमोचन
The News of Global Nation
रंग लहू का सिर्फ़ लाल होता है - ये सिर्फ किस्से हैं
रंग लहू का सिर्फ़ लाल होता है - ये सिर्फ किस्से हैं
Atul "Krishn"
*हो न लोकतंत्र की हार*
*हो न लोकतंत्र की हार*
Poonam Matia
बहुत कुछ बोल सकता हु,
बहुत कुछ बोल सकता हु,
Awneesh kumar
मां रा सपना
मां रा सपना
Rajdeep Singh Inda
"UG की महिमा"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कलियों सी मुस्कुराती
कलियों सी मुस्कुराती
Anand Kumar
अगर भटक जाओगे राहों से, मंज़िल न पा सकोगे,
अगर भटक जाओगे राहों से, मंज़िल न पा सकोगे,
पूर्वार्थ
4169.💐 *पूर्णिका* 💐
4169.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पृथ्वी दिवस
पृथ्वी दिवस
Bodhisatva kastooriya
_______ सुविचार ________
_______ सुविचार ________
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
■ गाली का जवाब कविता-
■ गाली का जवाब कविता-
*प्रणय प्रभात*
ले आए तुम प्रेम प्रस्ताव,
ले आए तुम प्रेम प्रस्ताव,
Bindesh kumar jha
आता है उनको मजा क्या
आता है उनको मजा क्या
gurudeenverma198
Loading...