माँ
माँ जैसे प्यार कोई नहीं कर सकता !!
देवी माँ से पहले अपने घर की माँ का सम्मान करिये !!
घर वाली माँ को भुखा रख कर !!
मंदिर वाली माँ को भोग लगाते हो !!
घर वाली माँ को खुश रखिये !!
मंदिर वाली माँ अपने आप खुश हो जायेगी !!
घर वाली माँ के पाँव को हाथ नहीं लगाते हो !!
मंदिर वाली माँ को दंडवत प्रणाम करते हो !!
जिती जागती माँ की कदर नहीं करते हो !!
पत्थर के मूर्ति में भगवान तलाशते हो !!
जिसने अपने माँ बाप की सेवा कर ली !!
उसे भगवान की सेव की जरुरत नहीं !!
पहले घर वाली को खुश करिये !!
फिर मंदिर वाली माँ को खुश करना !!
मीना सिंह राठौर
नोएडा उत्तर प्रदेश