Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2024 · 1 min read

क्यों मुझको तुमसे इतना प्यार हो गया

क्यों मुझको तुमसे इतना प्यार हो गया।
क्यों तेरा साथ, मेरा ख्वाब हो गया।।
कैसे मैं जी सकूँगा, यार तेरे बिना।
क्यों मेरा यह दिल, तेरा दीवाना हो गया।।
क्यों मुझको तुमसे———————-।।

ऐसी क्या खासियत यार तुझमें है।
ऐसा क्या जादू , तेरी सूरत में है।।
सोच नहीं पाता मैं और के बारे में।
क्यों तेरा यह चेहरा, मेरी जां हो गया।।
क्यों मुझको तुमसे—————-।।

क्यों खुशी मिलती है, यार तुमसे ही।
क्यों इनायत है मुझको सिर्फ तुमसे ही।।
ऐसी क्या खुशबू है, यार तेरी हंसी में।
क्यों तेरी जुल्फों में, कैद मैं हो गया।।
क्यों मुझको तुमसे—————-।।

मुझसे यार तू कभी, नाराज होना नहीं।
रूठकर मुझसे तू यार, दूर जाना नहीं।।
तू ही है मेरा चमन, तू ही मेरी मंजिल है।
क्यों मुझको वास्ता, तुमसे इतना हो गया।।
क्यों मुझको तुमसे——————–।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी. आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
8 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

हमारी शान है हिन्दी,   हमारा मान है हिन्दी।
हमारी शान है हिन्दी, हमारा मान है हिन्दी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुझे तुम
मुझे तुम
Dr fauzia Naseem shad
जीवन मे दोस्ती ऐसे इंसान से करो जो आपको भी समय आने पर सहायता
जीवन मे दोस्ती ऐसे इंसान से करो जो आपको भी समय आने पर सहायता
रुपेश कुमार
जो आता है मन में उसे लफ्जों से सजाती हूं,
जो आता है मन में उसे लफ्जों से सजाती हूं,
Jyoti Roshni
घायल नागिन शेरनी,या अपमानित नार
घायल नागिन शेरनी,या अपमानित नार
RAMESH SHARMA
अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे
अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे
Dr Archana Gupta
तुम अगर साथ हो तो...
तुम अगर साथ हो तो...
TAMANNA BILASPURI
4199💐 *पूर्णिका* 💐
4199💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
प्रेम के पल
प्रेम के पल
Arvind trivedi
इस तरह भी होता है
इस तरह भी होता है
हिमांशु Kulshrestha
मैं घड़ी हूँ
मैं घड़ी हूँ
Dr. Vaishali Verma
बीज उजाळी भादवै, उमड़ै भगत अपार।
बीज उजाळी भादवै, उमड़ै भगत अपार।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
द्रौपदी की व्यथा
द्रौपदी की व्यथा
Shweta Soni
सुख की खोज़
सुख की खोज़
Sonu sugandh
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
" चलो उठो सजो प्रिय"
Shakuntla Agarwal
कर लेगा
कर लेगा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
नैहर
नैहर
Sushma Singh
अवसर आया है अभी, करें रक्त का दान
अवसर आया है अभी, करें रक्त का दान
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
परिवार
परिवार
Dheerja Sharma
************ कृष्ण -लीला ***********
************ कृष्ण -लीला ***********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रकृति को जो समझे अपना
प्रकृति को जो समझे अपना
Buddha Prakash
दिनकर
दिनकर
श्रीहर्ष आचार्य
राजनीति के फंडे
राजनीति के फंडे
Shyam Sundar Subramanian
🙅आज🙅
🙅आज🙅
*प्रणय*
इक्कीसवीं सदी की कविता में रस +रमेशराज
इक्कीसवीं सदी की कविता में रस +रमेशराज
कवि रमेशराज
ये आज़ादी होती है क्या
ये आज़ादी होती है क्या
Paras Nath Jha
श्री कृष्ण जन्म
श्री कृष्ण जन्म
Mahesh Jain 'Jyoti'
मोहब्बत ना-समझ होती है समझाना ज़रूरी है
मोहब्बत ना-समझ होती है समझाना ज़रूरी है
Rituraj shivem verma
पुरुष की चीख
पुरुष की चीख
SURYA PRAKASH SHARMA
Loading...