क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
कम बोलता हूॅ॑ मैं सही पर यही मेरा अंदाज़ है
सुनो गौर से सुन सको नहीं सिले हैं लब मेरे
चुप रहूॅ॑ मैं पर मेरे चंद अल्फ़ाज़ ही आवाज हैं
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
कम बोलता हूॅ॑ मैं सही पर यही मेरा अंदाज़ है
सुनो गौर से सुन सको नहीं सिले हैं लब मेरे
चुप रहूॅ॑ मैं पर मेरे चंद अल्फ़ाज़ ही आवाज हैं