Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2018 · 1 min read

” क्यों कहती हो सजनी तुमसे प्यार नही करते “

छोटी-छोटी बातों पर तक़रार नही करते,
क्यों कहती हो सजनी तुमसे प्यार नही करते,
ब्यूटी पार्लर के सारे बिल खुशी-खुशी भरता हूँ,
खर्चे सारे तेरे सजनी चुप रह कर सहता हूँ,
दिल की बातों का कहती इजहार नही करते,
क्यों कहती हो सजनी तुमसे प्यार नही करते,
ख़बर मिले की ‘ सेल ‘ लगी है हमसे आप छुपाते हो,
गहने की जो बात कहूँ तो बातों में उलझाते हो,
दिल के अरमानों को तुम साकार नही करते ,
क्यों ना बोलूं साजन मुझसे प्यार नही करते।।

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 338 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"इम्तहान"
Dr. Kishan tandon kranti
2788. *पूर्णिका*
2788. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
कवि दीपक बवेजा
द्वारिका गमन
द्वारिका गमन
Rekha Drolia
बनारस का घाट और गंगा
बनारस का घाट और गंगा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
तमन्ना है बस तुझको देखूॅं
तमन्ना है बस तुझको देखूॅं
Monika Arora
*साड़ी का पल्लू धरे, चली लजाती सास (कुंडलिया)*
*साड़ी का पल्लू धरे, चली लजाती सास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
अमीरों की गलियों में
अमीरों की गलियों में
gurudeenverma198
वातायन के खोलती,
वातायन के खोलती,
sushil sarna
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
चल मनवा चलें.....!!
चल मनवा चलें.....!!
Kanchan Khanna
संघर्षशीलता की दरकार है।
संघर्षशीलता की दरकार है।
Manisha Manjari
हज़ल
हज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
दे संगता नू प्यार सतगुरु दे संगता नू प्यार
दे संगता नू प्यार सतगुरु दे संगता नू प्यार
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Bundeli Doha by Rajeev Namdeo Rana lidhorI
Bundeli Doha by Rajeev Namdeo Rana lidhorI
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सफलता
सफलता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कारोबार
कारोबार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
खामोस है जमीं खामोस आसमां ,
खामोस है जमीं खामोस आसमां ,
Neeraj Mishra " नीर "
"परिश्रम: सोपानतुल्यं भवति
Mukul Koushik
बहुत कीमती है पानी,
बहुत कीमती है पानी,
Anil Mishra Prahari
जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
अंसार एटवी
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
Atul "Krishn"
जनाब, दोस्तों के भी पसंदों को समझो ! बेवजह लगातार एक ही विषय
जनाब, दोस्तों के भी पसंदों को समझो ! बेवजह लगातार एक ही विषय
DrLakshman Jha Parimal
हां....वो बदल गया
हां....वो बदल गया
Neeraj Agarwal
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
सत्य कुमार प्रेमी
*** कुछ पल अपनों के साथ....! ***
*** कुछ पल अपनों के साथ....! ***
VEDANTA PATEL
ज़िंदगी आईने के
ज़िंदगी आईने के
Dr fauzia Naseem shad
*
*"गणतंत्र दिवस"*
Shashi kala vyas
“अशान्त मन ,
“अशान्त मन ,
Neeraj kumar Soni
Loading...