Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2024 · 1 min read

क्युं बताने से हर्ज़ करते हो

क्युं बताने से हर्ज़ करते हो
अपनी चुप्पी को मर्ज़ करते हो

112 Views
Books from Shweta Soni
View all

You may also like these posts

जब जब जिंदगी में  अंधेरे आते हैं,
जब जब जिंदगी में अंधेरे आते हैं,
Dr.S.P. Gautam
उत्कंठा का अंत है, अभिलाषा का मौन ।
उत्कंठा का अंत है, अभिलाषा का मौन ।
sushil sarna
6) इंतज़ार
6) इंतज़ार
नेहा शर्मा 'नेह'
मन्दिर, मस्ज़िद धूप छनी है..!
मन्दिर, मस्ज़िद धूप छनी है..!
पंकज परिंदा
कभी जीत कभी हार
कभी जीत कभी हार
Meenakshi Bhatnagar
*तू कौन*
*तू कौन*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रंग बिरंगे फूलों से ज़िंदगी सजाई गई है,
रंग बिरंगे फूलों से ज़िंदगी सजाई गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शारदीय नवरात्र
शारदीय नवरात्र
Neeraj Agarwal
3756.💐 *पूर्णिका* 💐
3756.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मैने माथा चूम लिया
मैने माथा चूम लिया
ललकार भारद्वाज
मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी जाता है ...
मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी जाता है ...
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
गवर्नर संस्था
गवर्नर संस्था
Dr MusafiR BaithA
झील किनारे
झील किनारे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
आंखो में है नींद पर सोया नही जाता
आंखो में है नींद पर सोया नही जाता
Ram Krishan Rastogi
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
VINOD CHAUHAN
तितलियों जैसे पल।
तितलियों जैसे पल।
Kumar Kalhans
तुझसे वास्ता था,है और रहेगा
तुझसे वास्ता था,है और रहेगा
Keshav kishor Kumar
" बस तुम्हें ही सोचूँ "
Pushpraj Anant
"कलयुग का साम्राज्य"
Dr. Kishan tandon kranti
लगे रहो भक्ति में बाबा श्याम बुलाएंगे【Bhajan】
लगे रहो भक्ति में बाबा श्याम बुलाएंगे【Bhajan】
Khaimsingh Saini
हाड़ी रानी
हाड़ी रानी
indu parashar
*इश्क़ से इश्क़*
*इश्क़ से इश्क़*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हमारी माँ
हमारी माँ
Pushpa Tiwari
दौर चिट्ठियों का बहुत ही अच्छा था
दौर चिट्ठियों का बहुत ही अच्छा था
Rekha khichi
वो मेरी पाज़ेब की झंकार से बीमार है
वो मेरी पाज़ेब की झंकार से बीमार है
Meenakshi Masoom
दिखावटी लिबास है
दिखावटी लिबास है
Dr Archana Gupta
याद
याद
Ashok Sagar
..
..
*प्रणय*
जय माँ हंसवाहिनी।
जय माँ हंसवाहिनी।
Priya princess panwar
दिल में पीड़ा
दिल में पीड़ा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...