क्या हिंदुत्व ही भारतीयता है.
भारतीय के नाम पर तो कुछ बचा नहीं,
जैसे भारतीय रेल, भारतीय वायुसेना, भारतीय ऑयल कॉर्पोरेशन, भारतीय जीवन बीमा.
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ये कैसी विडम्बना है,
इस तरीके को सरकार
देशहित राष्ट्रवाद का नाम दे रही है.
और लोग इसे देशहित मान भी रहे है.
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कांग्रेस और कांग्रेसियों को तो जनता ने सजा पहले ही,
सत्ता से बाहर करके दे दी थी,
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ये हो क्या रहा है,
जनता का दमन हो रहा है.
कोई बोलता
क्यों नहीं… ???
हंस महेन्द्र सिंह