क्या सच बोलना भी जुर्म है इस जमाने मेँ ?
शामो सहर रहता था वीराने मेँ
बस यही खासियत थी उस दीवाने मेँ
मै सच बोलता हूँ तो लोग मुझसे रूठ जाते हैँ
क्या सच बोलना भी जुर्म है इस जमाने मेँ ?
शामो सहर रहता था वीराने मेँ
बस यही खासियत थी उस दीवाने मेँ
मै सच बोलता हूँ तो लोग मुझसे रूठ जाते हैँ
क्या सच बोलना भी जुर्म है इस जमाने मेँ ?