क्या लिखूं मैं मां के बारे में
जितना सोचता हूं, उतना ही समझ पाता हूं
जितना समझता हूं, उतना ही डूब जाता हूं
अल्फ़ाज़ कम पड़ जाते है, जब मां पर लिखता हूं
क्या लिखूं मैं मां के बारें में
मैं तो खुद को, उसकी ही लिखावट पाता हूं…
– कृष्ण सिंह
Happy Mother’s Day
(मां को समर्पित चंद अल्फाज)