“क्या लिखूं क्या लिखूं”
“क्या लिखूं क्या लिखूं”
क्या लिखूं क्या लिखूं,सोच मेरी आई है।
दिल में उमंग लिए,विचार मेरी आई है।
सोचा तन्हाई में कुछ लिखूं ,पर क्या लिंखु क्या लिखूं।
अच्छे विचार मन में लाना है ,सोच मेरी आई है ।
चलो कुछ नया करे, विचार मेरी आई है।
सोचा दोस्तो से कुछ सीख लू,पर क्या लिखूं क्या लिखूं।