क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
कैसा है जनतंत्र यह, कैसा हिन्दुस्तान ।।
कैसा हिन्दुस्तान, द्रौपदी लुटती रहती ।
सत्ताओं की भूल, सदा नारी क्यों सहती ?
फाँसी पर दो टाँग, मिलें जितने यहाँ असुर ।
चाहे राजस्थान, बंगाल या फिर मणिपुर ।।
✍️ अरविन्द “महम्मदाबादी”