Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jan 2022 · 1 min read

क्या कहते हो ?

क्या कहते हो कि वह मर गया है।
अभी कुछ वक्त पहले ही तो मेरे साथ पी रहा था।।
ज़िंदगी का भरोसा ना रह गया है।
कुछ वक्त पहले ही वह इंसां खुद को जी रहा था।।

✍✍ताज मोहम्मद✍✍

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 149 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Taj Mohammad
View all

You may also like these posts

तेरी याद
तेरी याद
SURYA PRAKASH SHARMA
ममता
ममता
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
আমি তোমাকে ভালোবাসি
আমি তোমাকে ভালোবাসি
Otteri Selvakumar
प्रेमिका और पत्नी
प्रेमिका और पत्नी
Acharya Rama Nand Mandal
मैंने क़ीमत
मैंने क़ीमत
Dr fauzia Naseem shad
🌳पृथ्वी का चंवर🌳
🌳पृथ्वी का चंवर🌳
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"कैंची"
Dr. Kishan tandon kranti
जन्माष्टमी महोत्सव
जन्माष्टमी महोत्सव
Neeraj Agarwal
वीरता रो बखांण
वीरता रो बखांण
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हिन्दी का मैं इश्कजादा
हिन्दी का मैं इश्कजादा
प्रेमदास वसु सुरेखा
"You can still be the person you want to be, my love. Mistak
पूर्वार्थ
"खाली हाथ"
इंजी. संजय श्रीवास्तव
मित्रता दिवस खोजूं सत्य चरित्त
मित्रता दिवस खोजूं सत्य चरित्त
RAMESH SHARMA
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
यूँ तो आप हमें
यूँ तो आप हमें
Swara Kumari arya
आज का ज़माना ऐसा है...
आज का ज़माना ऐसा है...
Ajit Kumar "Karn"
23/05.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/05.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी हंस के जियो यारों
जिंदगी हंस के जियो यारों
प्रदीप कुमार गुप्ता
*जनता का वाहन कहो, रिक्शा जिंदाबाद (कुंडलिया)*
*जनता का वाहन कहो, रिक्शा जिंदाबाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बारिश की बूँदें
बारिश की बूँदें
Rambali Mishra
प्रीतम दोहावली
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
पिता का प्यार
पिता का प्यार
Befikr Lafz
जीवन पथ पर
जीवन पथ पर
surenderpal vaidya
सु
सु
*प्रणय*
पलाश के फूल
पलाश के फूल
NAVNEET SINGH
राजतंत्र क ठगबंधन!
राजतंत्र क ठगबंधन!
Bodhisatva kastooriya
संकोची हर जीत का,
संकोची हर जीत का,
sushil sarna
नजरें खुद की, जो अक्स से अपने टकराती हैं।
नजरें खुद की, जो अक्स से अपने टकराती हैं।
Manisha Manjari
हे अजन्मा,तेरा कैसे जन्म होगा
हे अजन्मा,तेरा कैसे जन्म होगा
Keshav kishor Kumar
Loading...