कौवा (गीतिका)
कौवा (गीतिका)
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कर्कश स्वर में गाता कौवा
कॉंव-कॉंव चिल्लाता कौवा (1)
सुबह-सुबह घर की मुॅंडेर पर
महफिल रोज जमाता कौवा (2)
पूरी-रोटी लाकर दो तो
लेकर झट उड़ जाता कौवा (3)
आसानी से दिख जाता है
सबके ही घर आता कौवा (4)
काली चोंच, पंख हैं काले
फिर भी नहीं डराता कौवा (5)
इस घर से उस घर में जाता
सबसे रखता नाता कौवा (6)
जाने कौन देश से आता
क्या संदेशा लाता कौवा (7)
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451