कोहरा/हाइकु/निमाई प्रधान’क्षितिज’
हाइकु त्रयी
~~~●~~~
[१]
कोहरा घना
जंगल है दुबका
दूर क्षितिज!
[२]
कोहरा ढांपे
न दिखे कुछ पार
ओझल ताल
[३]
हाथ रगड़
कुछ गर्माहट हो
कांपता हाड़
-@निमाई प्रधान’क्षितिज’
रायगढ़, छत्तीसगढ़
मोब.नं.7804048925
हाइकु त्रयी
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[१]
कोहरा घना
जंगल है दुबका
दूर क्षितिज!
[२]
कोहरा ढांपे
न दिखे कुछ पार
ओझल ताल
[३]
हाथ रगड़
कुछ गर्माहट हो
कांपता हाड़
-@निमाई प्रधान’क्षितिज’
रायगढ़, छत्तीसगढ़
मोब.नं.7804048925