“कोहरा रूपी कठिनाई”
“कोहरा रूपी कठिनाई”
“कठिनाईयाँ उन्ही कोहरों के समान होती है।
जो ठंड में हमें दिखाई देती है ।
दूर से देखो तो बहुत ही घनें,
और पास जाकर देखो तो रास्ते साफ़।
जिस प्रकार कोहरें रास्ते रोकते है ,
उसी प्रकार कठिनाईयाँ हमारे रास्ते रोकते है ।
हमें हर कदम आगे बढ़ाते जाना है,
कोहरा रूपी कठिनाइयों को दूर भगाना है।
…….✍️ योगेंद्र चतुर्वेदी