कोरोना
चीन के वुहान में प्रकट हुआ आताताई,
कहाँ पता था दुनिया को कि हम सब की आफत आई ।
कांप गया इटली फ्रांस अमरीका की बारी आई,
आफत की काली छाया अब भारत के ऊपर छाई।
बड़े ढीठ हैं हम भारत के लोग हमें कुछ न होना ,
तेरी क्या औकात तू होगा अपने घर का कोरोना।
हम बिंदास घूमते हैं चौपलों में गलियारों मे ,
मस्त जिंदगी जीने वाले काहे का रोना धोना ।
तेरी क्या औकात तू होगा अपने घर का कोरोना,
दिनभर करते मेहनत सांझ ढ़ले घर में जब आते हैं ।
सो जाते हैं खामोशी से ओढ थकन का बिछौना,
तेरी क्या औकात तू होगा अपने घर का कोरोना।
Priya》Dd