कोरोना ने हर लिए,मेरे मित्र अनेक
कोरोना ने हर लिए,……. मेरे मित्र अनेक ।
घबराया हूँ आज ही, मित्र सूचि कर चेक।।
माँ, बापू या पुत्र तो, गया किसी का भ्रात ।
तड़पे बच्चे-बच्चियाँ, आये क्या दिन-रात ।।
रमेश शर्मा
कोरोना ने हर लिए,……. मेरे मित्र अनेक ।
घबराया हूँ आज ही, मित्र सूचि कर चेक।।
माँ, बापू या पुत्र तो, गया किसी का भ्रात ।
तड़पे बच्चे-बच्चियाँ, आये क्या दिन-रात ।।
रमेश शर्मा