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25 Dec 2024 · 1 min read

कोरे कागज पर इश्क़ की इबारत लिखी थी।

कोरे कागज पर इश्क़ की इबारत लिखी थी।
तेरे प्यार में हर शब्द की शहादत लिखी थी।
नई इमारत की चाहत ने बरबाद किया।
मुकम्मल होने से पहले ही मिटाया तूने।
ठहरकर कर पढ़ तो लेते मेरे सनम।
मैने ताजमहल सी इमारत लिखी थी।

श्याम सांवरा….

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