कोरे कागज पर इश्क़ की इबारत लिखी थी।
कोरे कागज पर इश्क़ की इबारत लिखी थी।
तेरे प्यार में हर शब्द की शहादत लिखी थी।
नई इमारत की चाहत ने बरबाद किया।
मुकम्मल होने से पहले ही मिटाया तूने।
ठहरकर कर पढ़ तो लेते मेरे सनम।
मैने ताजमहल सी इमारत लिखी थी।
श्याम सांवरा….