Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2024 · 1 min read

कोयल

कोयल
******

जब तक यह मधुमास रहेगा
कूक तुम्हारी अमर रहेगी,
कूक पड़ी जब भी कानों में,
मन में मीठी सिहरन होगी।

आम्र मंजरी का प्रेम अमर,
हृदय के द्वार को खुलेगा,
तुम हो बसंत का सुंदर राग,
प्राणों में अमृत को घोलेगा।

है मधु सौरभ का वास यहीं,
कूक तुम्हारी याद कराये,
जब भी उपवन हुए सुवासित ,
कोयल मीठी तान सुनाएं।

हो लज्जाशीला, भीनी सी,
सौरभ की तुम प्रणय बयार हो,
नवशोभित कोमल से पत्तों में,
प्राणों का सुंदर मल्हार हो।

जब दूर बाग से आती ध्वनि,
हृदय वेदना जगा जाती,
जीवन के उष्ण शीत से पल को,
कोयल ऋतुराज बना जाती ।

~माधुरी महाकाश
#madhurimahakash #हिंदी #महालय #कोयल

Language: Hindi
1 Like · 40 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिंदगी हमें किस्तो में तोड़ कर खुद की तौहीन कर रही है
जिंदगी हमें किस्तो में तोड़ कर खुद की तौहीन कर रही है
शिव प्रताप लोधी
दर्शक की दृष्टि जिस पर गड़ जाती है या हम यूं कहे कि भारी ताद
दर्शक की दृष्टि जिस पर गड़ जाती है या हम यूं कहे कि भारी ताद
Rj Anand Prajapati
-- अजीत हूँ --
-- अजीत हूँ --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
उस रिश्ते की उम्र लंबी होती है,
उस रिश्ते की उम्र लंबी होती है,
शेखर सिंह
हमारी समस्या का समाधान केवल हमारे पास हैl
हमारी समस्या का समाधान केवल हमारे पास हैl
Ranjeet kumar patre
हर कस्बे हर मोड़ पर,
हर कस्बे हर मोड़ पर,
sushil sarna
रसों में रस बनारस है !
रसों में रस बनारस है !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
पलटूराम में भी राम है
पलटूराम में भी राम है
Sanjay ' शून्य'
मूँछ पर दोहे (मूँछ-मुच्छड़ पुराण दोहावली )
मूँछ पर दोहे (मूँछ-मुच्छड़ पुराण दोहावली )
Subhash Singhai
जो पहले ही कदमो में लडखडा जाये
जो पहले ही कदमो में लडखडा जाये
Swami Ganganiya
2774. *पूर्णिका*
2774. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ख़ामोश सा शहर
ख़ामोश सा शहर
हिमांशु Kulshrestha
चला मुरारी हीरो बनने ....
चला मुरारी हीरो बनने ....
Abasaheb Sarjerao Mhaske
हमने सुना था के उनके वादों में उन कलियों की खुशबू गौर से पढ़
हमने सुना था के उनके वादों में उन कलियों की खुशबू गौर से पढ़
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गीतांश....
गीतांश....
Yogini kajol Pathak
बेदर्द ...................................
बेदर्द ...................................
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
🏞️प्रकृति 🏞️
🏞️प्रकृति 🏞️
Vandna thakur
"मुझे हक सही से जताना नहीं आता
पूर्वार्थ
सब गुण संपन्य छी मुदा बहिर बनि अपने तालें नचैत छी  !
सब गुण संपन्य छी मुदा बहिर बनि अपने तालें नचैत छी !
DrLakshman Jha Parimal
अफसोस मुझको भी बदलना पड़ा जमाने के साथ
अफसोस मुझको भी बदलना पड़ा जमाने के साथ
gurudeenverma198
काहे का अभिमान
काहे का अभिमान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"वो जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
*जिंदगी के युद्ध में, मत हार जाना चाहिए (गीतिका)*
*जिंदगी के युद्ध में, मत हार जाना चाहिए (गीतिका)*
Ravi Prakash
धनतेरस और रात दिवाली🙏🎆🎇
धनतेरस और रात दिवाली🙏🎆🎇
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
बात तब कि है जब हम छोटे हुआ करते थे, मेरी माँ और दादी ने आस
बात तब कि है जब हम छोटे हुआ करते थे, मेरी माँ और दादी ने आस
ruby kumari
■ एक विचार-
■ एक विचार-
*प्रणय प्रभात*
ऐ ज़ालिम....!
ऐ ज़ालिम....!
Srishty Bansal
गर्म चाय
गर्म चाय
Kanchan Khanna
खुद से सिफारिश कर लेते हैं
खुद से सिफारिश कर लेते हैं
Smriti Singh
Loading...