कोयल
। कोयल
विधा चौपाई
कंठ कोकिला उपवन गाई।
मधुर धुन चहुं ओर सुनाई।।
श्यामा सूरत जग मन भाई।
सुनत वाणी प्रकृति मुस्काई।।
सुर सुरीला राम जी दीन्हा।
बड़ा उपकार मुझ पर कीन्हा।।
पंचम स्वर में राग सुनाऊं।
बैठ शाख नित मीठा गाऊं।।
कृष्ण वर्ण अति दीन्हा रामा।
जाति पक्षी कोयल है नामा।।
ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश